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3/30/20
3/27/20
29April,2020ka सच
क्या कोई नहीं बचेगा
इस दुनिया में देखी क्या होता है 29 अप्रैल 2020 को
देखिए इस वीडियो में
3/26/20
दुनिया के लिए 2020 होगा सबसे हिंसक! नास्त्रेदमस की आने वाले साल के लिए चौंकाने वाली 7 भविष्यवाणियां
आज से कई सदियों पहले दुनिया के बारे में फ्रांसीसी भविष्यवेत्ता माइकल दि नास्त्रेदमस कई भविष्यवाणी करके गए हैं। उनकी कई भविष्यवाणियां 2020 को लेकर भी की गई है. उनकी भविष्यवाणियों के अनुसार 2020 सबसे हिंसक साल रहने वाला है. आइए, जानते हैं कौन थे नास्त्रेदमस और क्या हैं उनकी भविष्यवाणियां-
कौन थे नास्त्रेदमस
माइकल डी नास्त्रेदमस का जन्म 1503 में फ्रांस में हुआ था। इनका परिवार यहूदी था। बाद में कैथलिक धर्म अपना लिया। इनकी लिखी किताब ‘द प्रॉफेसीज’ में दुनिया के बारे में ऐसी भविष्यवाणियां लिखी हुई हैं, जिसकी चर्चा हर साल रहती है। लोग ऐसा मानते हैं कि इनकी लिखी हुई चार-चार लाइनों की कविताओं में दुनिया की सारी बड़ी घटनाओं की भविष्यवाणी छुपी हुई है। मानने वालों के लिए नेपोलियन और फ्रांस की क्रांति से लेकर, कैनेडी की हत्या और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला सबकी भविष्यवाणी इसी किताब में लिखी हुई है।
-नास्त्रेदमस ने अनुसार 2020 में एक नए युग की शुरुआत होगी। उन्होंने अनुमान लगाया कि साल 2020 में कई देशों में आपस में टकराव बढ़ जाएंगे। इसके साथ ही 2020 में इस सदी का सबसे बड़ा आर्थिक संकट भी आएगा।
-भविष्यवाणी के अनुसार साल 2020 में दुनिया के बड़े देशों में गृह युद्ध जैसे हालात हो जाएंगे और लोग सड़कों पर उतर आएंगे।
-भविष्यवाणी को छोड़ दें तो अभी की सूरत यही है कि भारत से लेकर पुरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की हालत काफी खस्ता है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर युद्ध की शुरुआत हो चुकी है।
- यहां तक कि उनकी भविष्यवाणी के अनुसार 2020 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की कोशिश की जा सकती है। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति, डोनल्ड ट्रम्प को बड़ा नुकसान हो सकता है।
- हालांकि, भविष्यवाणी में यह भी कहा गया है कि 2020 तक लोग पहले से बहुत ज़्यादा जागरुक हो चुके होंगे और लोगों में एक नए तरह का आध्यात्मिक झुकाव देखने को मिलेगा।
- नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में तीसरे विश्व युद्ध की आशंका भी जताई गई है। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी को इसलिए भी सच माना जा रहा है क्योंकि 2020 में अमेरिका एशिया में सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू करने वाला है।
-नास्त्रेदमस ने 2020 को एक बहुत ही हिंसक साल बताया है। नास्त्रेदमस ने ये भविष्यवाणी साल 2020 के लिए है. वर्तमान स्थिति की बात करें, तो यहां भारत के अलावा, फ्रांस समेत मध्य-पूर्व के ज़्यादातर देशों में भी हिंसक प्रदर्शन हो रहा है।
3/25/20
खुशखबरी खुशखबरी कोरोनावायरस की दवा मिल गई । Corona virus medicine available
खुशखबरी खुशखबरी कोरोनावायरस की दवा मिल गई । Corona virus medicine available
*प्रधानमंत्री का सम्बोधन *
*प्रधानमंत्री का सम्बोधन *
*आज रात 12 बजे से सम्पूर्ण देश में सम्पूर्ण lockdown हों जाएगा : पीएम *
*रात 12 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूर्ण पाबन्दी होंगी *
*ये एक तरह से कर्फ्यू ही है *
*ये एक रूप से सख्त होगा जिसमे किसी को नहीं बक्शा जाएगा , निश्चित तौर पर इसकी एक आर्थिक क़ीमत देश को भुगतनी पड़ेगी लेकिन एक एक नागरिक के जीवन को बचाना इस समय भारत सरकार की प्राथमिकता है : मोदी *
*इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है हाथ जोड़ कर की आप इस समय देश में जहाँ भी हैं वहीँ रहें...*
*अभी के हालत को देखते हुए ये लॉक डाउन 21 दिन का होगा *
*आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए हर परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और 21 दिन का समय बहुत अहम है *
*अगर 21 दिन नहीं सम्भले तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा *
*21 दिनों के लिए बाहर निकलना भूल जाइए *
*आज के फैसले ने देशव्यापी लॉक डाउन डे ने आपके दरवाज़े पर लक्ष्मण रेखा खींच दी है*
*आज रात 12 बजे से सम्पूर्ण देश में सम्पूर्ण lockdown हों जाएगा : पीएम *
*रात 12 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूर्ण पाबन्दी होंगी *
*ये एक तरह से कर्फ्यू ही है *
*ये एक रूप से सख्त होगा जिसमे किसी को नहीं बक्शा जाएगा , निश्चित तौर पर इसकी एक आर्थिक क़ीमत देश को भुगतनी पड़ेगी लेकिन एक एक नागरिक के जीवन को बचाना इस समय भारत सरकार की प्राथमिकता है : मोदी *
*इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है हाथ जोड़ कर की आप इस समय देश में जहाँ भी हैं वहीँ रहें...*
*अभी के हालत को देखते हुए ये लॉक डाउन 21 दिन का होगा *
*आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए हर परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और 21 दिन का समय बहुत अहम है *
*अगर 21 दिन नहीं सम्भले तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा *
*21 दिनों के लिए बाहर निकलना भूल जाइए *
*आज के फैसले ने देशव्यापी लॉक डाउन डे ने आपके दरवाज़े पर लक्ष्मण रेखा खींच दी है*
3 Stage of corona virus
*ये स्टेज क्या होती हैं?*
स्टेज 1.
विदेश से *नवांकुर* आया। एयरपोर्ट पर उसको बुखार नहीं था। उसको घर जाने दिया गया। पर उससे एयरपोर्ट पर एक शपथ पत्र भरवाया गया कि वह 14 दिन तक अपने घर में कैद रहेगा। और बुखार आदि आने पर इस नम्बर पर सम्पर्क करेगा।
घर जाकर उसने शपथ पत्र की शर्तों का पालन किया।
वह घर में कैद रहा।
यहां तक कि उसने घर के सदस्यों से भी दूरी बनाए रखी।
नवांकुर की मम्मी ने कहा कि अरे तुझे कुछ नहीं हुआ। अलग थलग मत रह। इतने दिन बाद घर का खाना मिलेगा तुझे, आजा किचिन में... मैं गरम गरम् खाना परोस दूं।
*नवांकुर* ने मना कर दिया।
अगली सुबह मम्मी ने फिर वही बात कही। इस बार *नवांकुर* को गुस्सा आ गया। उसने मम्मी को चिल्ला दिया। मम्मी की आंख में आंसू झलक आये। मम्मी बुरा मान गयीं।
*नवांकुर* ने सबसे अलग थलग रहना चालू रखा।
6-7वें दिन *नवांकुर* को बुखार' सर्दी' खांसी जैसे लक्षण आने लगे। *नवांकुर* ने हेल्पलाइन नम्बर पर फोन लगाया। कोरोना टेस्ट किया गया। वह पॉजिटिव निकला।
उसके घर वालों का भी टेस्ट किया गया। वह सभी नेगेटिव निकले।
पड़ोस की 1 किमी की परिधि में सबसे पूछताछ की गई। ऐसे सब लोगों का टेस्ट भी किया गया। सबने कहा कि *नवांकुर* को किसी ने घर से बाहर निकलते नही देखा।
चूंकि उसने अपने आप को अच्छे से आइसोलेट किया था। इसीलिए उसने किसी और को कोरोना नहीं फैलाया।
*नवांकुर* जवान था। कोरोना के लक्षण बहुत मामूली थे। बस बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द आदि हुआ।
7 दिन के ट्रीटमेंट के बाद वह बिल्कुल ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पाकर घर आ गया।
जो मम्मी कल बुरा मान गईं थीं, वो आज शुक्र मना रहीं हैं कि घर में किसी को कोरोना नहीं हुआ।
यह *पहली* स्टेज जहां सिर्फ विदेश से आये आदमी में कोरोना है। उसने किसी दूसरे को यह नहीं दिया।
*******************************
# स्टेज 2- *राका* में कोरोना पॉजिटिव निकला।
उससे उसकी पिछले दिनों की सारी जानकारी पूछी गई। उस जानकारी से पता चला कि वह विदेश नहीं गया था। पर वह एक ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश से आया है। वह परसों गहने खरीदने के लिए एक ज्वेलर्स पर गया था। वहां के *सेठजी* हाल ही में विदेश घूमकर लौटे थे।
*सेठजी* विदेश से घूमकर आये थे।उनको एयरपोर्ट पर बुखार नहीं था। इसी कारण उनको घर जाने दिया गया। पर उनसे शपथ पत्र भरवा लिया गया, कि वह अगले 14 दिन एकदम अकेले रहेंगे और घर से बाहर नहीं निकलेंगे। घर वालों से भी दूर रहेंगे।
विदेश से आये इस गंवार *सेठ* ने एयरपोर्ट पर भरे गए उस शपथ पत्र की धज्जियां उड़ाईं।
घर में वह सबसे मिला।
शाम को अपनी पसंदीदा सब्जी खाई।
और अगले दिन अपनी ज्वेलेरी दुकान पर जा बैठा। (पागल हो क्या! सीजन का टेम है, लाखों की बिक्री है, सब ज्वेलर अपनी दुकान बंद थोड़े न करेंगे)
6वें दिन ज्वेलर को बुखार आया। उसके घर वालों को भी बुखार आया। घर वालों में बूढ़ी मां भी थी।
सबकी जांच हुई। जांच में सब पॉजिटिव निकले।
यानि विदेश से आया आदमी खुद पॉजिटिव।
फिर उसने घर वालों को भी पॉजिटिव कर दिया।
इसके अलावा वह दुकान में 450 लोगों के सम्पर्क में आया। जैसे नौकर, चाकर, ग्राहक आदि।
उनमें से एक ग्राहक *राका* था।
सब 450 लोगों का चेकअप हो रहा है। अगर उनमें किसी में पॉजिटिव आया तो भी यह सेकंड स्टेज है।
डर यह है कि इन 450 में से हर आदमी न जाने कहाँ कहाँ गया होगा।
कुल मिलाकर स्टेज 2 यानी कि जिस आदमी में कोरोना पोजिटिव आया है, वह विदेश नहीं गया था। पर वह एक ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश होकर आया है।
*******************************
#स्टेज 3
*राका* को सर्दी, खांसी, बुखार की वजह से अस्पताल में भर्ती किया, वहां उसका कोरोना पॉजिटिव आया।
पर *राका* न तो कभी विदेश गया था।
न ही वह किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश होकर आया है।
यानि हमें अब वह स्रोत नहीं पता कि *राका* को कोरोना आखिर लगा कहाँ से??
स्टेज 1 में आदमी खुद विदेश से आया था।
स्टेज 2 में पता था कि स्रोत सेठजी हैं। हमने सेठजी और उनके सम्पर्क में आये हर आदमी का टेस्ट किया और उनको 14 दिन के लिए अलग थलग कर दिया।
स्टेज 3 में आपको स्रोत ही नहीं पता।
स्रोत नहीं पता तो हम स्रोत को पकड़ नहीं सकते। उसको अलग थलग नहीं कर सकते।
वह स्रोत न जाने कहाँ होगा और अनजाने में ही कितने सारे लोगों को इन्फेक्ट कर देगा।
*स्टेज 3 बनेगी कैसे?*
*सेठजी* जिन 450 लोगों के सम्पर्क में आये। जैसे ही *सेठजी* के पॉजिटिव होने की खबर फैली, तो उनके सभी ग्राहक,नौकर नौकरानी, घर के पड़ोसी, दुकान के पड़ोसी, दूध वाला, बर्तन वाली, चाय वाला....सब अस्पताल को दौड़े।
सब लोग कुल मिलाकर *440* थे।
10 लोग अभी भी नहीं मिले।
पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम उनको ढूंढ रही है।
उन 10 में से अगर कोई किसी मंदिर आदि में घुस गया तब तो यह वायरस खूब फैलेगा।
यही *स्टेज 3* है जहां आपको स्रोत नहीं पता।
*स्टेज 3 का उपाय*
14 दिन का lockdown
कर्फ्यू लगा दो।
शहर को 14 दिन एकदम तालाबंदी कर दो।
किसी को बाहर न निकलने दो।
इस तालाबंदी से क्या होगा??
हर आदमी घर में बंद है।
जो आदमी किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में नहीं आया है तो वह सुरक्षित है।
जो *अज्ञात स्रोत* है, वह भी अपने घर में बंद है। जब वह बीमार पड़ेगा, तो वह अस्पताल में पहुंचेगा। और हमें पता चल जाएगा कि अज्ञात स्रोत यही है।
हो सकता है कि इस अज्ञात स्रोत ने अपने घर के 4 लोग और संक्रमित कर दिए हैं, पर बाकी का पूरा शहर बच गया।
अगर *LOCKDOWN* न होता। तो वह स्रोत पकड़ में नहीं आता। और वह ऐसे हजारों लोगों में कोरोना फैला देता। फिर यह हजार अज्ञात लोग लाखों में इसको फैला देते। इसीलिए lockdown से पूरा शहर बच गया और अज्ञात स्रोत पकड़ में आ गया।
#####
*क्या करें कि स्टेज 2, स्टेज 3 में न बदले।*
पहले ही *Lockdown* यानी *स्टेज 3* आने से पहले ही *तालाबन्दी* कर दो।
यह *Lockdown* 14 दिन से कम का होगा।
उदाहरण के लिए
*सेठजी* एयरपोर्ट से निकले
उनने धज्जियां उड़ाईं।
घर भर को कोरोना दे दिया।
सुबह उठकर दुकान खोलने गए।
(गजब आदमी हो यार! सीजन का टेम है, लाखों की बिक्री है, अपनी दुकान बंद कैसें कर लें)
पर चूंकि तालाबंदी है।
तो पुलिस वाले *सेठजी* की तरफ डंडा लेकर दौड़े।
डंडा देख *सेठजी* शटर लटकाकर भागे।
अब चूंकि मार्किट बन्द है।
तो 450 ग्राहक भी नहीं आये।
सभी बच गए।
*राका* भी बच गया।
बस *सेठजी* के परिवार को कोरोना हुआ।
6वें 7वें दिन तक कोरोना के लक्षण आ जाते हैं। विदेश से लौटे लोगों में लक्षण आ जाये तो उनको अस्पताल पहुंचा दिया जायेगा। और नहीं आये तो इसका मतलब वो कोरोना नेगेटिव हैं।
कृपया जागरूकता पैदा करें🙏🙏🙏🙏🙏🌹
स्टेज 1.
विदेश से *नवांकुर* आया। एयरपोर्ट पर उसको बुखार नहीं था। उसको घर जाने दिया गया। पर उससे एयरपोर्ट पर एक शपथ पत्र भरवाया गया कि वह 14 दिन तक अपने घर में कैद रहेगा। और बुखार आदि आने पर इस नम्बर पर सम्पर्क करेगा।
घर जाकर उसने शपथ पत्र की शर्तों का पालन किया।
वह घर में कैद रहा।
यहां तक कि उसने घर के सदस्यों से भी दूरी बनाए रखी।
नवांकुर की मम्मी ने कहा कि अरे तुझे कुछ नहीं हुआ। अलग थलग मत रह। इतने दिन बाद घर का खाना मिलेगा तुझे, आजा किचिन में... मैं गरम गरम् खाना परोस दूं।
*नवांकुर* ने मना कर दिया।
अगली सुबह मम्मी ने फिर वही बात कही। इस बार *नवांकुर* को गुस्सा आ गया। उसने मम्मी को चिल्ला दिया। मम्मी की आंख में आंसू झलक आये। मम्मी बुरा मान गयीं।
*नवांकुर* ने सबसे अलग थलग रहना चालू रखा।
6-7वें दिन *नवांकुर* को बुखार' सर्दी' खांसी जैसे लक्षण आने लगे। *नवांकुर* ने हेल्पलाइन नम्बर पर फोन लगाया। कोरोना टेस्ट किया गया। वह पॉजिटिव निकला।
उसके घर वालों का भी टेस्ट किया गया। वह सभी नेगेटिव निकले।
पड़ोस की 1 किमी की परिधि में सबसे पूछताछ की गई। ऐसे सब लोगों का टेस्ट भी किया गया। सबने कहा कि *नवांकुर* को किसी ने घर से बाहर निकलते नही देखा।
चूंकि उसने अपने आप को अच्छे से आइसोलेट किया था। इसीलिए उसने किसी और को कोरोना नहीं फैलाया।
*नवांकुर* जवान था। कोरोना के लक्षण बहुत मामूली थे। बस बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द आदि हुआ।
7 दिन के ट्रीटमेंट के बाद वह बिल्कुल ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पाकर घर आ गया।
जो मम्मी कल बुरा मान गईं थीं, वो आज शुक्र मना रहीं हैं कि घर में किसी को कोरोना नहीं हुआ।
यह *पहली* स्टेज जहां सिर्फ विदेश से आये आदमी में कोरोना है। उसने किसी दूसरे को यह नहीं दिया।
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# स्टेज 2- *राका* में कोरोना पॉजिटिव निकला।
उससे उसकी पिछले दिनों की सारी जानकारी पूछी गई। उस जानकारी से पता चला कि वह विदेश नहीं गया था। पर वह एक ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश से आया है। वह परसों गहने खरीदने के लिए एक ज्वेलर्स पर गया था। वहां के *सेठजी* हाल ही में विदेश घूमकर लौटे थे।
*सेठजी* विदेश से घूमकर आये थे।उनको एयरपोर्ट पर बुखार नहीं था। इसी कारण उनको घर जाने दिया गया। पर उनसे शपथ पत्र भरवा लिया गया, कि वह अगले 14 दिन एकदम अकेले रहेंगे और घर से बाहर नहीं निकलेंगे। घर वालों से भी दूर रहेंगे।
विदेश से आये इस गंवार *सेठ* ने एयरपोर्ट पर भरे गए उस शपथ पत्र की धज्जियां उड़ाईं।
घर में वह सबसे मिला।
शाम को अपनी पसंदीदा सब्जी खाई।
और अगले दिन अपनी ज्वेलेरी दुकान पर जा बैठा। (पागल हो क्या! सीजन का टेम है, लाखों की बिक्री है, सब ज्वेलर अपनी दुकान बंद थोड़े न करेंगे)
6वें दिन ज्वेलर को बुखार आया। उसके घर वालों को भी बुखार आया। घर वालों में बूढ़ी मां भी थी।
सबकी जांच हुई। जांच में सब पॉजिटिव निकले।
यानि विदेश से आया आदमी खुद पॉजिटिव।
फिर उसने घर वालों को भी पॉजिटिव कर दिया।
इसके अलावा वह दुकान में 450 लोगों के सम्पर्क में आया। जैसे नौकर, चाकर, ग्राहक आदि।
उनमें से एक ग्राहक *राका* था।
सब 450 लोगों का चेकअप हो रहा है। अगर उनमें किसी में पॉजिटिव आया तो भी यह सेकंड स्टेज है।
डर यह है कि इन 450 में से हर आदमी न जाने कहाँ कहाँ गया होगा।
कुल मिलाकर स्टेज 2 यानी कि जिस आदमी में कोरोना पोजिटिव आया है, वह विदेश नहीं गया था। पर वह एक ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश होकर आया है।
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#स्टेज 3
*राका* को सर्दी, खांसी, बुखार की वजह से अस्पताल में भर्ती किया, वहां उसका कोरोना पॉजिटिव आया।
पर *राका* न तो कभी विदेश गया था।
न ही वह किसी ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आया है जो हाल ही में विदेश होकर आया है।
यानि हमें अब वह स्रोत नहीं पता कि *राका* को कोरोना आखिर लगा कहाँ से??
स्टेज 1 में आदमी खुद विदेश से आया था।
स्टेज 2 में पता था कि स्रोत सेठजी हैं। हमने सेठजी और उनके सम्पर्क में आये हर आदमी का टेस्ट किया और उनको 14 दिन के लिए अलग थलग कर दिया।
स्टेज 3 में आपको स्रोत ही नहीं पता।
स्रोत नहीं पता तो हम स्रोत को पकड़ नहीं सकते। उसको अलग थलग नहीं कर सकते।
वह स्रोत न जाने कहाँ होगा और अनजाने में ही कितने सारे लोगों को इन्फेक्ट कर देगा।
*स्टेज 3 बनेगी कैसे?*
*सेठजी* जिन 450 लोगों के सम्पर्क में आये। जैसे ही *सेठजी* के पॉजिटिव होने की खबर फैली, तो उनके सभी ग्राहक,नौकर नौकरानी, घर के पड़ोसी, दुकान के पड़ोसी, दूध वाला, बर्तन वाली, चाय वाला....सब अस्पताल को दौड़े।
सब लोग कुल मिलाकर *440* थे।
10 लोग अभी भी नहीं मिले।
पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम उनको ढूंढ रही है।
उन 10 में से अगर कोई किसी मंदिर आदि में घुस गया तब तो यह वायरस खूब फैलेगा।
यही *स्टेज 3* है जहां आपको स्रोत नहीं पता।
*स्टेज 3 का उपाय*
14 दिन का lockdown
कर्फ्यू लगा दो।
शहर को 14 दिन एकदम तालाबंदी कर दो।
किसी को बाहर न निकलने दो।
इस तालाबंदी से क्या होगा??
हर आदमी घर में बंद है।
जो आदमी किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में नहीं आया है तो वह सुरक्षित है।
जो *अज्ञात स्रोत* है, वह भी अपने घर में बंद है। जब वह बीमार पड़ेगा, तो वह अस्पताल में पहुंचेगा। और हमें पता चल जाएगा कि अज्ञात स्रोत यही है।
हो सकता है कि इस अज्ञात स्रोत ने अपने घर के 4 लोग और संक्रमित कर दिए हैं, पर बाकी का पूरा शहर बच गया।
अगर *LOCKDOWN* न होता। तो वह स्रोत पकड़ में नहीं आता। और वह ऐसे हजारों लोगों में कोरोना फैला देता। फिर यह हजार अज्ञात लोग लाखों में इसको फैला देते। इसीलिए lockdown से पूरा शहर बच गया और अज्ञात स्रोत पकड़ में आ गया।
#####
*क्या करें कि स्टेज 2, स्टेज 3 में न बदले।*
पहले ही *Lockdown* यानी *स्टेज 3* आने से पहले ही *तालाबन्दी* कर दो।
यह *Lockdown* 14 दिन से कम का होगा।
उदाहरण के लिए
*सेठजी* एयरपोर्ट से निकले
उनने धज्जियां उड़ाईं।
घर भर को कोरोना दे दिया।
सुबह उठकर दुकान खोलने गए।
(गजब आदमी हो यार! सीजन का टेम है, लाखों की बिक्री है, अपनी दुकान बंद कैसें कर लें)
पर चूंकि तालाबंदी है।
तो पुलिस वाले *सेठजी* की तरफ डंडा लेकर दौड़े।
डंडा देख *सेठजी* शटर लटकाकर भागे।
अब चूंकि मार्किट बन्द है।
तो 450 ग्राहक भी नहीं आये।
सभी बच गए।
*राका* भी बच गया।
बस *सेठजी* के परिवार को कोरोना हुआ।
6वें 7वें दिन तक कोरोना के लक्षण आ जाते हैं। विदेश से लौटे लोगों में लक्षण आ जाये तो उनको अस्पताल पहुंचा दिया जायेगा। और नहीं आये तो इसका मतलब वो कोरोना नेगेटिव हैं।
कृपया जागरूकता पैदा करें🙏🙏🙏🙏🙏🌹
3/24/20
देखो इसने क्या कहा corona virus bare me
#यो हरियाणा है केरोना से भी बड़े खिलाड़ी हैं
#जज्बे को सलाम #आप सुरक्षित देश सुरक्षित
Corona we savdhan
Corona we savdhan
3/23/20
CORONA VIRUS LIVE IN INDIA
Corona virus list live update in INDIA
BE CAREFUL TO CORONA
कोरोना वायरस ( Coronavirus ) एक जानलेवा बीमारी हैं, जो चीन के वुहान से हुई थी। WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस ( Coronavirus Outbreak ) की वजह से 6 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं, जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है।
पुरी दुनिया मे कोरोना का कहर जारी है जो रूकने का नाम नही ले रहा है। अब तक 140 से भी ज्यादा देश इस वायरस की चपेट मे है।
जर्नल एनल ऑफ इंटरनल मेडिसिन की रिपोर्ट मे कोरोना वायरस के 3 खास लक्षण बताये गये है। तो आइए जानते है उन लक्षणों के बारे में
1. अमेरिकी शोधकर्ताओं रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद पहले 5 दिनों में इंसान को सूखी खांसी आनी शुरू हो जाती है।
2. कोरोना वायरस की शिकायत होने पर पहले 5 दिनों में इंसान को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
3. मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब तक कई हेल्थ एक्सपर्ट कोरोना वायरस में तेज बुखार चढ़ने का दावा कर चुके हैं।
CORONA VIRUS
BE CAREFUL TO CORONA
कोरोना वायरस ( Coronavirus ) एक जानलेवा बीमारी हैं, जो चीन के वुहान से हुई थी। WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस ( Coronavirus Outbreak ) की वजह से 6 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं, जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है।
पुरी दुनिया मे कोरोना का कहर जारी है जो रूकने का नाम नही ले रहा है। अब तक 140 से भी ज्यादा देश इस वायरस की चपेट मे है।
जर्नल एनल ऑफ इंटरनल मेडिसिन की रिपोर्ट मे कोरोना वायरस के 3 खास लक्षण बताये गये है। तो आइए जानते है उन लक्षणों के बारे में
1. अमेरिकी शोधकर्ताओं रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद पहले 5 दिनों में इंसान को सूखी खांसी आनी शुरू हो जाती है।
2. कोरोना वायरस की शिकायत होने पर पहले 5 दिनों में इंसान को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
3. मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब तक कई हेल्थ एक्सपर्ट कोरोना वायरस में तेज बुखार चढ़ने का दावा कर चुके हैं।
3/21/20
अगर 5 दिन मे दिखे यह 3 लक्षण तो तुरन्त करवा लें कोरोना वायरस की जांच, वरना पछताना पड़..
कोरोना वायरस ( Coronavirus ) एक जानलेवा बीमारी हैं, जो चीन के वुहान से हुई थी। WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस ( Coronavirus Outbreak ) की वजह से 6 हजार से ज्यादा जानें जा चुकी हैं, जबकि डेढ़ लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित है। दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के वैक्सीन बनाने में जुटे हुए है।
पुरी दुनिया मे कोरोना का कहर जारी है जो रूकने का नाम नही ले रहा है। अब तक 140 से भी ज्यादा देश इस वायरस की चपेट मे है।
जर्नल एनल ऑफ इंटरनल मेडिसिन की रिपोर्ट मे कोरोना वायरस के 3 खास लक्षण बताये गये है। तो आइए जानते है उन लक्षणों के बारे में
1. अमेरिकी शोधकर्ताओं रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद पहले 5 दिनों में इंसान को सूखी खांसी आनी शुरू हो जाती है।
2. कोरोना वायरस की शिकायत होने पर पहले 5 दिनों में इंसान को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
3. मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब तक कई हेल्थ एक्सपर्ट कोरोना वायरस में तेज बुखार चढ़ने का दावा कर चुके हैं।
पुरी दुनिया मे कोरोना का कहर जारी है जो रूकने का नाम नही ले रहा है। अब तक 140 से भी ज्यादा देश इस वायरस की चपेट मे है।
जर्नल एनल ऑफ इंटरनल मेडिसिन की रिपोर्ट मे कोरोना वायरस के 3 खास लक्षण बताये गये है। तो आइए जानते है उन लक्षणों के बारे में
1. अमेरिकी शोधकर्ताओं रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद पहले 5 दिनों में इंसान को सूखी खांसी आनी शुरू हो जाती है।
2. कोरोना वायरस की शिकायत होने पर पहले 5 दिनों में इंसान को सांस लेने में तकलीफ होने लगती है।
3. मरीज को तेज बुखार चढ़ने लगता है और उसके शरीर का तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है। अब तक कई हेल्थ एक्सपर्ट कोरोना वायरस में तेज बुखार चढ़ने का दावा कर चुके हैं।
3/19/20
General geography
- विषुवत रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटती है
- 0° देशांतर या प्राइम मेरिडियन को ग्रीनविच मीन टाइम कहते हैं IST ( INTERNATIONAL STANDARD TIME)
- यह ग्रीनविच (ब्रिटेन के स्थान से ) गुजरती है ।
- 180°देशांतर रेखा को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहा जाता है ।
- हर देश का अपना स्टैंडर्ड टाइम होता है जो उसके बीच से गुजरने वाली देशांतर रेखा के अनुसार होता है लेकिन यूएसए में '5' तथा रूस में '11' समय कटिबंध है ।
- पृथ्वी गोलाकार परंतु ध्रुवों पर चपटी है इसके आकार को Geoid कहा जॉयड जाता है बन।
- पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व घूमती है घूर्णन गति 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकंड में एक चक्कर इसके कारण ही दिन रात होते हैं ।
- पृथ्वी सूर्य का चक्कर 365 1/4 दिन में लगाती है ( परिक्रमण गति ) इसके कारण ऋतु परिवर्तन होता है ।
- जब सूर्य की किरणें विषुवत रेखा को लंबवत पड़ती है तो सभी जगह दिन रात बराबर (22 मार्च , 21 सितंबर) होते इसे है। इक्विनोक्स (Equinox)कहते हैं ।
- पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है।
- पृथ्वी अपने अक्ष का कत्ल के साथ 66 1/2°का कोण बनाती है ।
- जब पृथ्वी सूर्य के सबसे नजदीक होती है ~उपसौर [Perihilion] 3 जनवरी
- जब पृथ्वी सूर्य के सबसे अधिकतम दूर होती है अपसौर [Aphelion] 4 जुलाई
- जब पृथ्वी चंद्रमा के सबसे नजदीक त~Perigee
- जब पृथ्वी चंद्रमा के सबसे दूर ~Apogee
- चंद्रग्रहण [SEM] :-पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है ( पूर्णिमा)
- सूर्यग्रहण [SME] :- चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है ( अमावस्या )
- पृथ्वी की आंतरिक त्रिज्या 6371 km
- औसत घनत्व- 5.5g/cm cube
- पृथ्वी के अंदर जाने पर तापमान बढ़ता रहता है 1°/32 m
- कष्ट पर सबसे अधिक मात्रा ऑक्सीजन की है (OSAL)
- पृथ्वी पर सबसे अधिक मात्रा लोहा की है (LOSMN)
- वायुमंडल में सबसे अधिक मात्रा नाइट्रोजन की है ।
3/17/20
अब वैज्ञानिक ने कहा कोरोना में कारगर हो सकता है गोमूत्र
15 सालों से गोमूत्र पर शोध कर रहीं पंतनगर विवि की कीट वैज्ञानिक डॉ. रुचिरा तिवारी ने भी गोमूत्र से कोरोनावायरस के इलाज की संभावना जताते हुए इसमें शोध की जरूरत पर बल दिया है। बताया कि गोमूत्र मल्टीपर्पज इफेक्ट के रूप में काम करता है।
डॉ. रुचिरा ने कहा कि गोमूत्र वायरस और फंगस से निपटने में कारगर है। जब गोमूत्र के छिड़काव से मधुमक्खियों में हुए वायरस अटैक को खत्म किया जा सकता है तो गोमूत्र की विशेषताओं पर शोध करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस से लड़ने में यह कितना कारगर साबित होगा, अभी यह कह पाना मुश्किल है लेकिन तय है कि गोमूत्र इंसानों के लिए फायदेमंद है। इसके लिए शोध की आवश्यकता है।
सीमा पर 220 लोगों की जांच
अल्मोड़ा से स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ. लक्ष्य, डॉ. आतिश टम्टा, डॉ. पूरन थलाल, फार्मासिस्ट गजेंद्र भोगिया, पंकज कुमार और सुंदर बोनाल ने 110 लोगों की थर्मामीटर से जांच की।
बलुवाकोट झूलापुल में डॉ. राकेश खाती, फार्मासिस्ट भुवन चंद भट्ट की टीम ने 50 और जौलजीबी में डॉ. रमेश गर्ब्याल, फार्मासिस्ट दीपक भट्ट की टीम ने 60 लोगों का परीक्षण कर कोरोनावायरस की जानकारी दी।
कोरोनावायरस के चलते अब तक तीनों झूलापुलों पर दोनों देशों से आवाजाही कर रहे तीन हजार से ज्यादा लोगों का परीक्षण कर जानकारी दी गई है।
‘कोरोना वायरस की मार से फार्मा इंडस्ट्री भी प्रभावित’
चीन में फैले कोरोना वायरस का असर सेलाकुई की फार्मा इंडस्ट्री में भी दिखने लगा है। कोरोना के कारण केंद्र सरकार ने कुछ सक्रिय औषधि सामग्री (एपीआई) और फॉर्मुलेशंस के आयात पर रोक लगा दी है। इससे औद्योगिक इकाइयों को उक्त औषधि सामग्री महंगे दाम पर अन्य देशों से आयात करनी पड़ रही है। इस कारण दवा कंपनियों को बीते माह करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
ये बातें वक्ताओं ने सेलाकुई इंडस्ट्री एरिया स्थित ईस्ट अफ्रीकन (इंडिया) ओवरसीज कंपनी में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम के दौरान कंपनी कर्मचारियों ने सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की प्रतिज्ञा ली।
सेलाकुई फार्मा इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कंपनी के प्लांट हेड जितेंद्र कुमार ने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री में करीब 14 प्रतिशत औषधि सामग्री ऐसी हैं, जिसे चीन से आयात किया जाता था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
सेलाकुई में स्थापित हैं 40 दवा कंपनियां
उन्होंने कहा कि सरकार ने दवाओं के निर्यात पर भी रोक लगा दी है। यदि इस ओर शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो फार्मा इंडस्ट्री धरातल पर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि बीमारियां राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था को दुर्लभ बनाती हैं।
इस मौके पर अभिषेक, कपिल राठी, राजेश ठाकुर, विनीत कुमार, मोनिका नेगी, स्मिता पांडेय, जगदीश जिंदल, सुनील सिंह, संतोष पुरी, अभिषेक चौबे, जितेंद्र, रामनिवास, आशीष, प्रताप शर्मा आदि मौजूद रहे।
औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई स्थित फार्मासिटी में करीब 40 दवा कंपनियां ऐसी हैं जो बड़े पैमाने पर दवाइयों का आयात और निर्यात करती हैं। इन दवा कंपनियों में कई नामी कंपनियां भी शामिल हैं, लेकिन बीते माह कोरोना वायरस को लेकर खड़े हुए संकट के बाद इन 40 कंपनियों के व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ा है। कई कंपनियां घाटे में चल रही हैं।
डॉ. रुचिरा ने कहा कि गोमूत्र वायरस और फंगस से निपटने में कारगर है। जब गोमूत्र के छिड़काव से मधुमक्खियों में हुए वायरस अटैक को खत्म किया जा सकता है तो गोमूत्र की विशेषताओं पर शोध करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस से लड़ने में यह कितना कारगर साबित होगा, अभी यह कह पाना मुश्किल है लेकिन तय है कि गोमूत्र इंसानों के लिए फायदेमंद है। इसके लिए शोध की आवश्यकता है।
सीमा पर 220 लोगों की जांच
अल्मोड़ा से स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ. लक्ष्य, डॉ. आतिश टम्टा, डॉ. पूरन थलाल, फार्मासिस्ट गजेंद्र भोगिया, पंकज कुमार और सुंदर बोनाल ने 110 लोगों की थर्मामीटर से जांच की।
बलुवाकोट झूलापुल में डॉ. राकेश खाती, फार्मासिस्ट भुवन चंद भट्ट की टीम ने 50 और जौलजीबी में डॉ. रमेश गर्ब्याल, फार्मासिस्ट दीपक भट्ट की टीम ने 60 लोगों का परीक्षण कर कोरोनावायरस की जानकारी दी।
कोरोनावायरस के चलते अब तक तीनों झूलापुलों पर दोनों देशों से आवाजाही कर रहे तीन हजार से ज्यादा लोगों का परीक्षण कर जानकारी दी गई है।
‘कोरोना वायरस की मार से फार्मा इंडस्ट्री भी प्रभावित’
चीन में फैले कोरोना वायरस का असर सेलाकुई की फार्मा इंडस्ट्री में भी दिखने लगा है। कोरोना के कारण केंद्र सरकार ने कुछ सक्रिय औषधि सामग्री (एपीआई) और फॉर्मुलेशंस के आयात पर रोक लगा दी है। इससे औद्योगिक इकाइयों को उक्त औषधि सामग्री महंगे दाम पर अन्य देशों से आयात करनी पड़ रही है। इस कारण दवा कंपनियों को बीते माह करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
ये बातें वक्ताओं ने सेलाकुई इंडस्ट्री एरिया स्थित ईस्ट अफ्रीकन (इंडिया) ओवरसीज कंपनी में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में कहीं। कार्यक्रम के दौरान कंपनी कर्मचारियों ने सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की प्रतिज्ञा ली।
सेलाकुई फार्मा इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष और कंपनी के प्लांट हेड जितेंद्र कुमार ने कहा कि फार्मा इंडस्ट्री में करीब 14 प्रतिशत औषधि सामग्री ऐसी हैं, जिसे चीन से आयात किया जाता था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
सेलाकुई में स्थापित हैं 40 दवा कंपनियां
उन्होंने कहा कि सरकार ने दवाओं के निर्यात पर भी रोक लगा दी है। यदि इस ओर शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए तो फार्मा इंडस्ट्री धरातल पर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि बीमारियां राष्ट्र की अर्थ व्यवस्था को दुर्लभ बनाती हैं।
इस मौके पर अभिषेक, कपिल राठी, राजेश ठाकुर, विनीत कुमार, मोनिका नेगी, स्मिता पांडेय, जगदीश जिंदल, सुनील सिंह, संतोष पुरी, अभिषेक चौबे, जितेंद्र, रामनिवास, आशीष, प्रताप शर्मा आदि मौजूद रहे।
औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई स्थित फार्मासिटी में करीब 40 दवा कंपनियां ऐसी हैं जो बड़े पैमाने पर दवाइयों का आयात और निर्यात करती हैं। इन दवा कंपनियों में कई नामी कंपनियां भी शामिल हैं, लेकिन बीते माह कोरोना वायरस को लेकर खड़े हुए संकट के बाद इन 40 कंपनियों के व्यापार पर प्रतिकूल असर पड़ा है। कई कंपनियां घाटे में चल रही हैं।
Coronavirus: आयुर्वेद से संभव है कोरोना वायरस का इलाज
Coronavirus:-
Coronavirus : चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब तक दुनिया के ज्यादातर देशों तक पहुंच चुका है। भारत में भी यह दस्तक दे चुका है। भारत में पहला मामला केरल से सामने आया था। अब ताजा मामला नोएडा के एक स्कूल में सामने आया है।
इस कोरोना वायरस संक्रमण का अभी कोई इलाज संभव नहीं है। मगर इस कोरोना वायरस का इलाज आयुर्वेद से संभव है। आप आयुर्वेद के जरिए इससे बच सकते है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने इस वायरस के खतरे को देखते हुए इसका आयुर्वेदिक इलाज बताया है। आइए जानें कोरोना वायरस से बचने के लिए आयुर्वेद में क्या इलाज संभव है। स्वस्थ आहार और जीवन शैली के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए आपको कुछ उपाय करने होंगे। जिसके जरिए आप इस अपने आप को इससे बचा सकते है।
-अगस्त्य हरितकी 5 ग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें।
-शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम दिन में दो बार लें।
-त्रिकटु (पिप्पली, मारीच और शुंठी) पाउडर 5 ग्राम और तुलसी 3-5 पत्तियां (1-लीटर पानी में उबालें, जब तक यह ½ लीटर तक कम नहीं हो जाता है और इसे एक बोतल में रख लें) इसे आवश्यकतानुसार और जब चाहे तब घूंट में लेते रहें।
- प्रत्येक नथुने में प्रतिदिन सुबह अनु तेल / तिल के तेल की दो बूंदें डालें।
-शदांग पनिया (मुस्ता, परपाट, उशीर, चंदन, उडिच्य़ा और नागर) प्रसंस्कृत पानी (1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर डाल कर उबालें, जब तक यह आधा तक कम न हो जाए) पी लें। इसे एक बोतल में स्टोर करें और प्यास लगने पर पिएं।
किन-किन बातों को खास ध्यान रखें
-साबुन और पानी से अपने हाथों को कम से कम 20 सेकैंड तक धोएं।
-कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं।
-बिना धोए हाथों से अपनी आंखें, नाक और मुंह छूने से बचें।
-कोरोना वायरस से जो लोग बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें।
-कोरोना वायरस के मरीज घर में रहें।
-खांसी या छींक के दौरान अपना चेहरा ढंक लें और खांसने या छींकने के बाद अपने हाथों को धो लें।
-संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करते समय या काम करते समय एक एन95 मास्क का उपयोग करें।
-यदि आपको कोरोना वायरल संक्रमण का संदेह है, तो मास्क पहनें और तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
बाबा रामदेव ने भी कोरोना वायरस से बचने के उपाय बतायें
बाबा रामदेव कोरोना वायरस से बचने के लिए उपाय बताए हैं। बाबा रामदेव ने यह कहा है कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटी गिलोय (टीनोस्पोरा कोर्डिफोलिया) इसके लिए उपयोगी है। संस्कृत में, गिलोय को 'अमृता' के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें प्रचुर औषधीय गुण हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि गिलोय को पानी में उबालना चाहिए और फिर हल्दी, काली मिर्च पाउडर और तुलसी के पत्ते मिलाने चाहिए। मिश्रण को तब गाढ़े रस के रूप में पीना चाहिए। इससे मरीज को फायदा होगा
Coronavirus : चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब तक दुनिया के ज्यादातर देशों तक पहुंच चुका है। भारत में भी यह दस्तक दे चुका है। भारत में पहला मामला केरल से सामने आया था। अब ताजा मामला नोएडा के एक स्कूल में सामने आया है।
इस कोरोना वायरस संक्रमण का अभी कोई इलाज संभव नहीं है। मगर इस कोरोना वायरस का इलाज आयुर्वेद से संभव है। आप आयुर्वेद के जरिए इससे बच सकते है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने इस वायरस के खतरे को देखते हुए इसका आयुर्वेदिक इलाज बताया है। आइए जानें कोरोना वायरस से बचने के लिए आयुर्वेद में क्या इलाज संभव है। स्वस्थ आहार और जीवन शैली के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए आपको कुछ उपाय करने होंगे। जिसके जरिए आप इस अपने आप को इससे बचा सकते है।
-अगस्त्य हरितकी 5 ग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें।
-शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम दिन में दो बार लें।
-त्रिकटु (पिप्पली, मारीच और शुंठी) पाउडर 5 ग्राम और तुलसी 3-5 पत्तियां (1-लीटर पानी में उबालें, जब तक यह ½ लीटर तक कम नहीं हो जाता है और इसे एक बोतल में रख लें) इसे आवश्यकतानुसार और जब चाहे तब घूंट में लेते रहें।
- प्रत्येक नथुने में प्रतिदिन सुबह अनु तेल / तिल के तेल की दो बूंदें डालें।
-शदांग पनिया (मुस्ता, परपाट, उशीर, चंदन, उडिच्य़ा और नागर) प्रसंस्कृत पानी (1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर डाल कर उबालें, जब तक यह आधा तक कम न हो जाए) पी लें। इसे एक बोतल में स्टोर करें और प्यास लगने पर पिएं।
किन-किन बातों को खास ध्यान रखें
-साबुन और पानी से अपने हाथों को कम से कम 20 सेकैंड तक धोएं।
-कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं।
-बिना धोए हाथों से अपनी आंखें, नाक और मुंह छूने से बचें।
-कोरोना वायरस से जो लोग बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें।
-कोरोना वायरस के मरीज घर में रहें।
-खांसी या छींक के दौरान अपना चेहरा ढंक लें और खांसने या छींकने के बाद अपने हाथों को धो लें।
-संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करते समय या काम करते समय एक एन95 मास्क का उपयोग करें।
-यदि आपको कोरोना वायरल संक्रमण का संदेह है, तो मास्क पहनें और तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
बाबा रामदेव ने भी कोरोना वायरस से बचने के उपाय बतायें
बाबा रामदेव कोरोना वायरस से बचने के लिए उपाय बताए हैं। बाबा रामदेव ने यह कहा है कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटी गिलोय (टीनोस्पोरा कोर्डिफोलिया) इसके लिए उपयोगी है। संस्कृत में, गिलोय को 'अमृता' के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें प्रचुर औषधीय गुण हैं। स्वामी रामदेव ने कहा कि गिलोय को पानी में उबालना चाहिए और फिर हल्दी, काली मिर्च पाउडर और तुलसी के पत्ते मिलाने चाहिए। मिश्रण को तब गाढ़े रस के रूप में पीना चाहिए। इससे मरीज को फायदा होगा
3/16/20
HSSC Previous Year Questions Paper Part-6
HSSC Previous Year Questions Paper
- महिला पुलिस स्वयंसेवक पहल को आरंभ करने वाला हरियाणा देश का कौन सा राज्य बना पहला
- किस वर्ष में हरियाणा का सूरजकुंड क्राफ्ट मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोन्नत किया गया 2013
- सक्षम हरियाणा की समीक्षा बैठक में 2018 के अंत तक हरियाणा में विद्यार्थियों के ग्रेड 70 क्षमता हासिल करने का क्या लक्ष्य है दिखाया है 80 %
- सोनीपत तक दिल्ली मेट्रो के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट का वित्तपोषण अनुदान के रूप में राज्य तथा केंद्र सरकार के द्वारा किस अनुपात में किया जाएगा 80:20
- भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्य लोक सेवा आयोग का प्रावधान है अनुच्छेद 315
- 1200 मेगावॉट सकती कि राजीव गांधी ताप विद्युत परियोजना हरियाणा के किस जिले में स्थित है हिसार
- हरियाणा की किस नदी पर रेणुका किसाहू और लाख बार व्यासी बांध का निर्माण किया गया है यमुना
- हरियाणा का कौनसा शहर सूचना प्रौद्योगिकी के लिए प्रमुख केंद्र है गुरुग्राम
- किसने थानेश्वर शहर के पास थानेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण करवाया था पुण्य भूति
- हरियाणा में तीज कब मनाई जाती है जुलाई-अगस्त में
- पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायमूर्ति कौन थे न्यायमूर्ति रामलाल
- फिरोजशाह तुगलक द्वारा किन नगरों की स्थापना की गई फतेहाबाद हिसार फिरोजाबाद
- हरियाणा साहित्य संगम का प्रथम संस्करण हरियाणा में कहां आयोजित हुआ पंचकूला
- हरियाणा की मुख्य मौसमी नदी कौन सी है घग्गर
- हरियाणा पुलिस रेंज में कौन सा जिला नहीं आता कैथल
- दिल्ली के अरबी अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री हरियाणा के किस जिले से संबंधित है भिवानी
- पानीपत की तीसरी लड़ाई किसने जीती अहमद शाह अब्दाली
- कुषाण कालीन बौद्ध स्तूप के भग्नावशेष करनाल की किस स्थान पर है असंध
- रेवाड़ी हरियाणा की लाल मस्जिद किसके शासनकाल में बनाई गई थी अकबर
- मनोकामना पूरी होने पर किस स्थान पर खड़ी चढ़ाई जाती है पीर नौगजा की मजार
HSSC Previous Year Questions Paper Part-5
HSSC Previous Year Questions Paper
- हरियाणा में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत वार्षिक वाणिज्यिक तथा फलौद वाली फसलों के लिए कृषकों द्वारा भुगतान की जाने वाली एक समान प्रीमियम राशि कितनी हैं-5% ।
- हुडा का नामकरण क्या किया गया है- हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ।
- जनगणना 2011 के अनुसार हरियाणा का देश की आबादी में प्रतिशत क्या है - 2.09 %
- किस जिले से और किस साल में फरीदाबाद जिले का निर्माण किया गया था - गुरूग्राम 1979
- हरियाणा का कॉलेज से राष्ट्रीय उद्यान प्राणी समूह में से किसके लिए प्रसिद्ध है - पक्षी ।
- करनाल पुलिस रेंज में कौन सा जिला नहीं आता-झज्जर ।
- पिंजौर के यादविंदर गार्डन में आयोजित आम उत्सव किस माह में संपन्न - हुआ जून या जुलाई ।
- बड़खल झील पर्यटन संकुल किस वर्ष स्थापित किया गया - 1973
- महिर भोज के शासनकाल में कौन सा स्थान उत्तरी भारत का व्यापार केंद्र था - पहोवा ।
- भारत में खुले में शौच से मुक्त राज्य में हरियाणा का स्थान कौन सा है पांचवा ।
- हरियाणा के किस अर्जुन अवार्ड विजेता बास्केटबॉल खिलाड़ी को विश्व का दसवां बेस्ट पिवोट प्लेयर घोषित किया गया अजमेर सिंह
- सिरसा जिले का प्राचीन नाम था सारी सका इसका उल्लेख मिलता है - महाभारत अष्टाध्याई दिव्य वदान
- हरियाणा केसरी के रूप में जाना जाता है -पंडित नेकी रम शर्मा
- हरियाणा का परंपरागत चक्रव्यू स्थल किसे माना जाता है अमीन
- विश्व जड़ी-बूटी वानिकी का विकास लगभग 53000 एकड़ क्षेत्रफल में हरियाणा के किस जिले में किया जाएगा पंचकूला
- हरियाणा के किस जिले में की स्टोन नॉलेज पार्क के के पी का उद्घाटन किया गुरुग्राम
- ख्वाजा पीर का मकबरा ख्वाजा अब्दुल शंकर की यादगार में बनाया गया था यह हरियाणा का किस जिले में है सिरसा
- करनाल में प्रतिमा कौन सा मेला आयोजित किया जाता है पांडु का मेला
- हरियाणा राज्य के निवासियों का प्रमुख विशेषता क्या है कृषि
3/13/20
मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में कोरोना का एक मरीज आ चुका है
मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में कोरोना का एक मरीज आ चुका है इस लिये सभी से अनुरोध है कि सुरक्षा के लिहाज से सभी एहतियात बरतें।
भीड़ भाड़ वाली जगहों से दूर रहे ,अनावश्यक रूप से अस्पतालों में आवागमन न करे
सभी सुरक्षा व् बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
भीड़ भाड़ वाली जगहों से दूर रहे ,अनावश्यक रूप से अस्पतालों में आवागमन न करे
सभी सुरक्षा व् बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
SP OFFICE हिसार में आईटीआई APPRANTICES निकल चुकी है
TRSDE NAME AVAILABLE SEATS
*स्टेनोग्राफर HINDI 05*
*COPA 47*
*Electrician 16*
*Electronics Mechanic 05*
*PLUMBER 04*
*Painter General 01*
*Carpenter 08*
*Draughtsman (Civil) 02*
*Dress Maker 04*
*Mechanic (Motor Vehicle) 10*
*Mechanic Diesel 09*
*Mechanic Refrigeration and Air Conditioning 04*
*Stenographer (English) 04*
HSSC Previous Year Questions Paper Part-4
हरियाणा महत्वपूर्ण Question-Answer
- हरियाणा पर अंग्रेजों का शासन कब था 1809-10
- हरियाणा राज्य के उत्तर पूर्वी भाग में कौन सी पर्वतमाला स्थित है शिवालिक
- हरियाणा में विवाह के समय किस प्रकार का लोक नृत्य किया जाता है घोड़ा और खोरिया दोनों
- नया फार्मा पार्क हरियाणा के किस जिले में स्थापित किया जाएगा करनाल
- भारत सरकार द्वारा फरवरी 2006 प्रथम चरण के दौरान हरियाणा के किस जिले में मनरेगा को प्रारंभ किया गया था महेंद्रगढ़ और सिरसा
- हरियाणा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल्स हरियाणा के किस जिले में स्थित है घरौंडा (करनाल)
- नवंबर 2017 तक हरियाणा में कितनी बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया 3
- शाहजहां के शासन के दौरान नारनौल का दीवान कौन था मुकुंद दास
- देश का राष्ट्रीय कैंसर संस्थान 2035 करोड रुपए की लागत से कहां बनाया जा रहा है बढ़सा झज्जर
- ऐतिहासिक स्मारक राय मुकुंद दास का छत्ता या बीरबल का छत्ता कहां है नारनौल
- धमतान साहिब गुरुद्वारा किस जिले में स्थित है जींद
- किस जिले को श्रीपद जनपद के नाम से जाना जाता है कुरुक्षेत्र
- अशोक स्तंभ की लिपि क्या है ब्राह्मी
- हरियाणा में मोर और चिंकारा प्रजनन केंद्र कहां है झाबुआ
- हाली पुरस्कार किसके द्वारा प्रदान किया जाता है हरियाणा उर्दू अकादमी
- veer-zaara वन्य जीव अभ्यारण हरियाणा के किस जिले में है जींद
3/12/20
HSSC Previous Year Questions Paper Part-3
हरियाणा महत्वपूर्ण Question-Answer
- हरियाणा का वह स्थान जहां महाभारत काल के दौरान कौरव पांडव के बीच युद्ध हुआ था कुरुक्षेत्र
- हरियाणा के वर्तमान राज्यपाल कौन है कप्तान सिंह सोलंकी
- हरियाणा का कौनसा जिला किसी अन्य राज्य की सीमा से गिरा नहीं हुआ रोहतक
- हरियाणा में एक धनात्मक विधानसभा है इसके सदस्यों की संख्या कितनी है 90
- हरियाणा का सबसे कम वर्षा प्राप्त करने वाला क्षेत्र कौन सा है रेवाड़ी
- बच्चे के जन्म के छठे दिन की रात को महिलाओं द्वारा कौन सा नृत्य आयोजित किया जाता है छठी
- नया प्लास्टिक पार्क हरियाणा के किस जिले में स्थित किया जाएगा पानीपत
- कतर में गुला चीका बाबा मीरा नौबहार की मजार अनुमानित कितने वर्ष पुरानी है 960
- हरियाणा के किस पूर्व प्रधानमंत्री ने 1 अप्रैल 1998 को शराब निषेध का आदेश लागू किया बंसीलाल
- नारनौल के आरा में कौशल नामक गार्डन का निर्माण किसने कराया था शाह कुली खान
- लाल जंगली मुर्गा और कालिज एजेंट प्रजनन केंद्र हरियाणा के किस स्थान में स्थित है पंचकूला
- सर्वाधिक जनसंख्या वाला जिला और कम से कम जनसंख्या वाला जिला कौन सा है फरीदाबाद (सर्वाधिक )सबसे जनसंख्या कम
- हरियाणा के किस जिले में सर्वाधिक ग्राम पंचायतें हैं भिवानी
- पंजाब हरियाणा का सीमांकन किस आयोग ने किया जेसी शाह आयोग
- हरियाणा का कौनसा जिला का को चोरो प्लाईवुड उद्योग के लिए प्रसिद्ध है
- शहीद हसन खान मेवाती मेडिकल कॉलेज कहां स्थित है नल्हार मेवात
- हरियाणा के किस शहर का पुराना नाम जयंती पूरी है जींद
- देश का पहला कृत्रिम रबड़ संयंत्र कहां स्थापित किया गया पानीपत
- हरियाणा राज्य का पहला स्टेट ग्राउंड मास्टर किसे चुना गया हिमांशु शर्मा को
- 40 हाफिज का मकबरा कहां स्थित है हिसार में
- हरियाणा राज्य के शक्ति संयंत्रों को कोयला आपूर्ति हेतु आवंटित कल्याणपुर बादल पुरा कोयला ब्लॉक किस राज्य में है झारखंड
- सूरजकुंड किस ताप्ती में बनाया गया था दशमी
- बाबू परमानंद हरियाणा राज्य के किस पद पर थे राज्यपाल
- हरियाणा के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे भगवत दयाल शर्मा
- गीता जुत्शी किस खेल से संबंधित है एथलीट
- हरियाणा के पूर्व विभाग में कौन सा स्थान स्थित है बाढ़ का मैदान
- हर्षवर्धन की प्रसिद्ध कृति कौन सी थी रत्नावली
- आपातकाल 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 के दौरान सर्जित साहित्य को किस ग्रंथ में संकलित किया जा रहा है शुभ्र ज्योत्सना
- भाखड़ा बांध के वास्तुकार के रूप में कौन जाना जाता है चौधरी छोटूराम
- 18 सो 57 के विद्रोह के दौरान पटोदी का नेतृत्व कौन कर रहा था अकबर अली
- हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय कहां स्थित है जाट पाली महेंद्रगढ़
- किस प्राचीन नगर का नाम नंदीग्राम था नारनौल
- हरियाणा के वर्तमान तकनीकी शिक्षा मंत्री कौन है रामविलास शर्मा
- Written By :- SUKHBINDER CHOPRA
HSSC Previous Year Questions Paper Part-2
- हरियाणा में ख्याति प्राप्त प्रबंधन विकास संस्थान कहां स्थित है गुरुग्राम
- भारतीय कला संस्कृति का प्रतीक किंगडम ऑफ ड्रीम्स कहां स्थित है - गुरुग्राम
- हरियाणा में कौन-कौन से नए मंडल बनाए गए करनाल और फरीदाबाद
- सच्चर फार्मूला कब लागू हुआ अक्टूबर 1949
- सिरसा हरियाणा के रूपिंदर हंडा किस व्यवसाय के साथ जुड़े हुए हैं गायकी
- थानेसर नामक नगर किस प्रसिद्ध राजा के राज्य की राजधानी थी हर्षवर्धन
- हरियाणा में प्रथम बार राष्ट्रपति शासन लागू कब किया गया था नवंबर 1967 में
- सोहना कार रैली किस जिले से निकलती है गुरुग्राम
- रक्षाबंधन पर किस जिले में बाबा खेड़े वाले का मेला लगता है भिवानी भिवानी
- भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश कुरुक्षेत्र में किस तीर्थ स्थान पर पर उचित किए ज्योतिसर
- किस जिले में कालेसर राष्ट्रीय उद्यान अवस्थित है यमुनानगर में
- महमूद गजनवी ने थानेसर पर कब आक्रमण किया था इस ई.1014 में
- हरियाणा सरकार में आबकारी तथा कराधान मंत्रालय किस को सौंपा गया था कैप्टन अभिमन्यु
- यमुनानगर में भारत स्टार एवं केमिकल लिमिटेड की स्थापना किस वर्ष में हुई थी 1938
- दिल्ली से अमृतसर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर वन किस नाम से जाना जाता है शेरशाह सूरी मार्ग
- पंडित मांगेराम का संबंध कला की किस विद्या से है सांग परंपरा
- गुड़गांव का कौन सा अस्पताल से 1 वर्ष के डेंगू मरीज की लापरवाही के कारण मृत्यु के मामले में समाचारों में था फोर्टिस
- गुलाम शास्त्र रजिया सुल्तान का मकबरा हरियाणा के किस जिले में स्थित है कैथल
- हरियाणा का कौन सा जिला उत्तर प्रदेश के साथ अपनी सीमा साझा नहीं करता जींद ।